









हम सबका सौभाग्य है कि भगवान राम को राम मंदिर में विराजमान होते हुए देखेंगे
बागपतः
श्री दूधेश्वर पीठाधीश्वर, श्री पंच दशनाम जूना अखाडा के अंतरराष्ट्रीय प्रवक्ता, दिल्ली संत महामंडल के राष्ट्रीय अध्यक्ष व हिंदू यूनाइटिड फ्रंट के अध्यक्ष श्रीमहंत नारायण गिरि महाराज शुक्रवार को भगवान परशुराम धाम पुरा महादेव व प्राचीन महर्षि बाल्मीकि आश्रम व लवकुश जन्म भूमि पहुंचे। उन्होंने भगवान के दर्शन व पूजन-अर्चन किया। भगवान परशुराम धाम पुरा महादेव में ब्रहमा, विष्णु व महेश परिवार के साथ भगवान परशुराम व हनुमान की भव्य मूर्तियों की स्थापना होगी। प्राण प्रतिष्ठा समारोह 22 फरवरी को होगा जिसकी तैयारियों के लिए शुक्रवार को संत सम्मेलन का आयोजन हुआ जिसमें श्रीमहंत नारायण गिरि ने कहा कि 500 वर्ष का संघर्ष रंग लाया और 22 जनवरी को अयोध्या में भव्य राम मंदिर में रामलला विराजमान होंगे। यह हम सभी का सौभाग्य होगा कि अपने आराध्य व ईष्ट भगवान राम को अपनी आंखों से अयोध्या के भव्य राम मंदिर में विराजमान होते हुए देखेंगे। उसके एक महीने बाद 22 फरवरी को भगवान परशुराम धाम पुरा महादेव में ब्रहमा, विष्णु व महेश परिवार के साथ भगवान परशुराम व हनुमान की भव्य मूर्तियों की स्थापना होगी। प्राण प्रतिष्ठा समारोह में देश भर से संतों के अलावा हजारों श्रद्धालु भी आएंगे और गोरख धाम पीठाधीवर व उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ समारोह में मौजूद रहकर उसकी गरिमा बढाएंगे। सूरज स्वरूप मुनि ने 108 गांवों के अलावा उत्तर प्रदेश, दिल्ली, हरियाणा, उत्तराखंड, राजस्थान से दो ईंट व 30 रूपये का सहयोग लेकर भगवान परशुराम के 111 फुट उंचे मंदिर की 2013 में जो नींव रखी थी और 22 फरवरी को भगवान परशुराम का भव्य मंदिर बन जाएगा और ब्रहमा, विष्णु व महेश परिवार के साथ भगवान परशुराम व हनुमान की भव्य मूर्तियों की स्थापना होगी। श्रीमहंत नारायण गिरि ने कहा संत का जहां निवास होता है, उनके चरण जहां पड जाते हैं, वहां की भूमि पवित्र हो जाती है। सनातन धर्म शाश्वत है, अनादि है, इस कारण उसका कोई विनाश नहीं कर सेता है। भगवान कृष्ण ने भी गीता में अर्जुन को इस बारे में कहा है कि जिस प्रकार वे शाश्वत हैं, अनादि हैं और उसी प्रकार सनातन भी शाश्वत है। संत का जहां निवास होता है, उनके चरण श्रीमहंत नारायण गिरि ने कहा कि पहले हम टीका लगाने, जयश्रीराम बोलने, खुद को हिंदू कहने से भी डरते थे, मगर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के प्रयासों से वातावरण बदला है और आज हम टीका लगाने, जयश्रीराम बोलने व खुद को हिंदू कहने से डरते नहीं हैं। देव स्वरूप मुनि महाराज, सीकरी माता के प्रधान पुजारी देवेंद्र शास्त्री, अर्जुन नाथ, श्री श्री 1008 महंत अनंतेश्वर महाराज, देवेंद्र प्रमुख आदि भी मौजूद रहे।
