Wed. Jun 18th, 2025


पुस्तक का यह पांचवां संस्करण है और इसकी अब तक 5 लाख प्रतियां प्रकाशित हो चुकी हैं
पुस्तक में दूधेश्वर नाथ मंदिर के इतिहास से लेकर कांवड़ परंपरा की पूर्ण जानकारी मिलेगी
गाजियाबादः
प्राचीनतम सिद्धपीठ श्री दूधेश्वर नाथ महादेव मठ मंदिर में बुधवार को विमोचन समारोह का आयोजन हुआ। समारोह में श्री दूधेश्वर पीठाधीश्वर, श्रीपंच दशनाम जूना अखाडा के अंतर्राष्ट्रीय प्रवक्ता, दिल्ली संत महामंडल के राष्ट्रीय अध्यक्ष व हिंदू यूनाइटिड फ्रंट के अध्यक्ष श्रीमहंत नारायण गिरी महाराज ने कावंडियों को समर्पित पुस्तक कांवड़ परंपरा का भाजपा के महानगर अध्यक्ष संजीव शर्मा व उनकी पत्नी रितु शर्मा के साथ विमोचन किया। श्रीमहंत नारायण महाराज ने बताया कि सोमवार 22 जुलाई से श्रावण मास शुरू रहा है। इसी के साथ कांवड़ यात्रा भी शुरू हो जाएगी। ऐसे में प्रत्येक कांवडिये को कांवड़ परम्परा के बारे में जानकारी होना जरूरी है।कावंडियों को समर्पित कावड़ परंपरा पुस्तक का प्रकाशन श्रीमहंत गौरी गिरी दूधेश्वरनाथ महादेव मठ मंदिर समिति गौशाला मार्ग गाजियाबाद द्वारा किया गया है। यह पुस्तक का पांचवां संस्करण है। अब तक पुस्तक की 5 लाख प्रतियां प्रकाशित हो चुकी हैं। 63 पेज की इस पुस्तक में सिद्धपीठ श्री दूधेश्वर नाथ मठ महादेव मंदिर की स्थापना से लेकर छत्रपति शिवाजी महाराज द्वारा मंदिर का जीर्णोद्धार करना, यज्ञशाला की स्थापना करना, श्रावण शिवरात्रि व्रत की पूजा, विधि के साथ कांवड़ यात्रा की सम्पूर्ण नियमावली पर विस्तार से प्रकाश डाला गया है। श्री दूधेश्वर पूजा विधि, शिवनामृत आदि का भी पूर्ण विस्तार के साथ प्रकाशन किया गया है। भगवान दूधेश्वर की पूजा पद्धति का पूर्ण लाभ कैसे और किस विधि से प्राप्त किया जा सकता है, इसकी पूरी जानकारी भी पुस्तक में दी गई है। भाजपा के महानगर अध्यक्ष संजीव शर्मा ने कहा कि महाराजश्री के मार्गदर्शन में कांवड़ परम्परा पुस्तक पूरी तरह से कावंडियों को समर्पित है। इस पुस्तक को पढने के बाद कावंडियों को कांवड़ यात्रा के दौरान किसी प्रकार की कोई परेशानी नहीं होगी और यात्रा पूरी तरह से सफल रहेगी।

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